V.o.H News: अभी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट देखी, जिसमे उन्होंने बताया कि ये तस्वीर काशी की है और ये बुर्के में बैठी हुई महिलाएं मुस्लिम है और तीन तलाक से बचने के लिये ये हनुमान चालीसा का पाठ करने यहा आई है।
मैंने कंटेंट पढ़ने के बाद तस्वीर को गौर से देखा तो असल कहानी समझ आई और फिर मैंने इस तस्वीर को एडिट करके गोल घेरे बनाए जिन्हे जूम करके देखिए तो पता चलेगा कि बुर्के के अंदर शकीला आपा नही बल्कि सतीश भइय्या है.???
दरअसल भाजपा और संघ जब जब भी मुस्लिम महिलाओं के नाम से कोई ऐसा मामला दिखाते है और बुर्का पहनी मुस्लिम महिलाओं को दिखाया जाता है, उसमे से ज्यादातर तो खुद इन्ही के पुरुष कार्यकर्ता होते है, जो अक्सर थोड़ा ध्यान से देखने पर साफ नजर आ जाते है, या फिर इन बुर्क़ो मे किराये की लाई हुई महिलाएं भी होती है।