62,644 हेक्टेयर धान की फसल पानी में डूबी
प्रारंभिक अनुमानों का हवाला देते हुए अनिता ने बताया कि बारिश के कारण 62,644 हेक्टेयर धान की फसल और 7,218 हेक्टेयर बाग जलमग्न हो गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में टोल फ्री नंबर और नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। साथ ही स्थिति पर नजर रखने के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौसम की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्हें बताया गया कि बापटला जिले में प्रकाशम बैराज के मुहाने पर रहने वाले 6,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। नायडू ने बताया कि 31 अगस्त की तुलना में रविवार को कम बारिश हुई, लेकिन कुछ कॉलोनियों और घरों में अब भी पानी भरा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ स्थानों पर 27 सेमी तक बारिश हुई है। नायडू ने अधिकारियों को इन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने कहा कि पिछले 50 वर्षों में ऐसी रिकॉर्ड बारिश नहीं देखी गई थी। नायडू ने अधिकारियों को बाढ़ का आकलन करने और उसके अनुसार राहत व बचाव अभियान चलाने के लिए ड्रोन जैसी प्रौद्योगिकियों को शामिल करने की सलाह दी है। साथ ही उन्होंने बाढ़ के कारण होने वाले खाद्य संकट और जल प्रदूषण के प्रति सावधान रहने का भी निर्देश दिया है। नागरिक आपूर्ति मंत्री एन मनोहर ने मुख्यमंत्री को बताया कि कुछ स्थानों पर जरूरतमंद लोगों को चावल सहित कुछ आवश्यक सामान उपलब्ध कराए गए हैं।
प्रकाशम बैराज से 10 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने की संभावना
सीएम ने कहा कि विजयवाड़ा के प्रकाशम बैराज से रविवार शाम तक 10 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है। इसलिए उन्होंने अधिकारियों को निचले इलाकों के ग्रामीणों को सतर्क करने और उन्हें वहां से हटाने का निर्देश दिया है। डीजीपी सी. द्वारका तिरुमला राव ने मुख्यमंत्री को बताया कि बाढ़ के कारण एनटीआर जिले के रायनपाडु रेलवे स्टेशन पर रेल परिचालन रोक दिया गया है। रेलवे स्टेशन पर तमिलनाडु एक्सप्रेस को रोके जाने के बाद गृह मंत्री ने गौर किया कि यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए एपीएसआरटीसी बसों के जरिए यात्रा की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
NDRF और SDRF की दो-दो टीमें तैनात
विजयवाड़ा के नगर आयुक्त एचएम ध्यानचंद्र ने कहा, ‘बुदमेरु नहर के कई इलाकों में ओवरफ्लो हो रही है। 12 वार्ड जलमग्न हो गए हैं। पानी के बहाव को रोकने के लिए अपस्ट्रीम गेट बंद कर दिए गए हैं। करीब 3,000 लोगों को निकाला गया है।’ बुदमेरु की स्थिति को नियंत्रण में लाने का आश्वासन देते हुए नगर आयुक्त ने कहा कि राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की दो और एसडीआरएफ की दो टीम तैनात की जाएंगी। मौसम विभाग के अधिकारी ने देखा कि उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटों पर बना अवदाब रविवार की सुबह कलिंगपट्टनम के पास दक्षिणी राज्य के तट को पार करने के लिए उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया। अवदाब के अगले 24 घंटे में दक्षिण ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ से होते हुए पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने व कमजोर होकर कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है।
आंध्र प्रदेश में कई स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है। वहीं कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की भी संभावना है। आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि श्रीकाकुलम, विजयनगरम, पार्वतीपुरम मन्यम, अल्लूरी सीताराम राजू, काकीनाडा और नांदयाल जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है। इसमें बताया गया कि विशाखापट्टनम, अनकापल्ली, कोनासीमा, पूर्वी गोदावरी, पश्चिमी गोदावरी और अन्य जिलों के साथ-साथ रायलसीमा क्षेत्र के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।