Bhopal: मध्यप्रदेश सरकार ने देश में एक सराहनीय पहल की है। जिसकी तारीफ होनी चाहिए। यही नहीं अन्य सरकारों को भी ऐसा ही नियम लाना चाहिए।MP में नाबालिग लड़कियों के साथ बढ़ते बलात्कार की घटनाओं पर लगाम लगाने के मकसद से मध्यप्रदेश सरकार बालिकाओं के साथ दुराचार करने वाले को मृत्युदण्ड देने का विधेयक विधानसभा के आगामी मानसून सत्र में पेश करेगी।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा, बालिकाओं के साथ दुराचार करने वाले को मृत्युदण्ड देने का विधेयक विधानसभा के आगामी मानसून सत्र में प्रस्तुत किया जाएगा। पारित होने के बाद उसे राष्ट्रपति को भेजा जाएगा।
चौहान यहां मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी में पुलिसकर्मियों के संयुक्त दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि पुलिस की सेवा समाज कीसुरक्षा का संकल्प हैं। पुलिस सेवा को स्वीकारना देश और समाज के लिए अपनी जिन्दगी को सौंपना है।
चौहान ने कहा, देश-प्रदेश के विकास की पहली शर्त है कि कानून और व्यवस्था बेहतर हो। यह जिम्मेदारी पुलिस के कंधों पर है। पुलिस कीसेवा जनता की सेवा के लिए है। यह जरूरी है कि पुलिस का व्यवहार जनता के लिए फूल सा कोमल, अपराधियों के लिए वज्र सा कठोर हो।
मुख्यमंत्री ने नवदीक्षित पुलिसकर्मियों से कहाकि पुलिस उनकी दूसरी माता है। उसका मान-सम्मान रखना उनका परम कर्तव्य है। उसकी लाज बनाए रखने के लिए जरूरी है कि उसकी वि धूमिल नहीं हो। पुलिस को भ्रमित करने की कोशिशें भी होती हैं, उनसे सावधान सजग और सतर्क रहें।उन्होंने कहा कि थानों की वि ऐसी हो कि जनता को वहां पर राहत, सुरक्षा और सुकून मिलें। जनता को थाने में आने में झिाझाक नहीं हो। अपराधी आस-पास फटकने में भी घबराएं। अपराधियों कोकिसी भी स्थिति में नहीं ोड़ना है। वे देश-समाज के दुश्मन हैं, माफी के योग्य नहीं हैं।