अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से एक दिन पहले देश को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि भारत को कोई देश अपने इशारों पर नहीं नचा सकता।
अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले उन्होंने देश को संबोधित किया। इस दौरान इमरान खान देश की जनता को लगातार यह भरोसा दिलाने की कोशिश करते रहे कि उनको हटाने के पीछे अमेरिका का हाथ है।
इमरान खान ने अपने संबोधन में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी मायूसी जताई। इमरान खान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से उन्हें मायूसी हुई, मैं भारी मन से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि 26 साल में मेरे सिद्धांत कभी नहीं बदले। मैं आज खुद्दारी और इंसाफ पर बात करना चाहता हूं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि देश के भविष्य के लिए अच्छा नहीं हुआ, विपक्ष के लोग बिके हुए हैं। खुलेआम सांसदों की खरीद-फरोख्त हो रही है। हमें उम्मीद थी की सुप्रीम कोर्ट सांसदों और नेताओं की खुलेआम हो रही खरीद-फरोख्त पर स्वत: संज्ञान लेगा। मैं अवाम से अपील करता हूं कि अगर आज आप लोगों ने सरकार को गिराने की विदेशी साजिश के खिलाफ आवाज नहीं उठाई तो आप अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ करेंगे। हम कोई टिश्यू पेपर की तरह इस्तेमाल होने वाली कौम नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिका में हमारे राजदूत कुछ अमेरिकी अधिकारियों से मिले थे। उन्होंने मेरे रूस दौरे पर आपत्ति जताई थी। यह सब तब की बात है जब सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव टेबल पर भी नहीं आया था। उन्होंने कहा था कि अगर इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने रहते हैं तो इसका खामियाजा पाकिस्तान को उठाना पड़ेगा लेकिन अगर इमरान खान हट जाते हैं तो पाकिस्तान को माफ कर दिया जाएगा। इसका मतलब यह है कि कि मेरे जाने की कहानी कही और लिखी जा रही है। मीडिया में हमारी सरकार गिरने की संभावना का जश्न मनाया जा रहा है।
इस दौरान पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत का भी जिक्र किया। इमरान खान ने कहा कि भारत को कभी कोई सुपरपॉवर देश अपने इशारों पर नहीं नचा सकता है। भारत एक खुद्दार कौम है। उन्होंने आगे कहा कि मैं किसी दूसरे देश के लिए अपने देश की जनता को कुर्बान नहीं कर सकता। MM