रिपोर्ट: अली अब्बास नकवी यहाँ क्लिक करके हमारा फेसबुक पेज लाइक करें
नई दिल्ली. २ सितम्बर देश भर में ईदुल अजहा के अवसर पर शोल्डर टू शोल्डर आन्दोनल के अंतर्गत नई दिल्ली स्थित दरगाह शाहे मरदा की मस्जिद में शिया और सुन्नी मुसलमानों ने कंधे से कन्धा मिलकर एक इमाम के पीछे नमाज़ पढ़ी और एक दुसरे को ईद की मुबारकबाद दी. यहाँ यह दूसरा अवसर है जब एकता का सन्देश देने के लिए सुन्नी मुसलमानों ने शिया इमाम के पीछे नमाज़ अदा की है. महत्वपूर्ण बात यह रही कि कुछ हिन्दू भाइयों ने भी मुसलमानों के साथ प्रेम भाव प्रकट करने के लिए यहाँ नमाज़ अदा की.
देश के कई अन्य शेहरो से भी सुन्नी और शिया मुसलमानों द्वारा एक साथ बकरीद की नमाज़ अदा करने की सूचना है. इनमें लखनऊ, जयपुर और कई कई शहरों और गाँव में एक साथ नमाज़ अदा की गई. इस कड़ी में राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित दरगाह शाहे मरदा की मस्जिद में बड़ी संख्या में सुन्नी मुसल्मानें ने शिया इमाम मौलाना तालिब हुसैन के पीछे नमाज़ अदा की.
इस अवसर पर मौलाना तालिब हुसैन ने कहा कि हज के दौरान पवित्र शहर मक्का में सभी मुस्लमान एक इमाम के पीछे नमाज़ अदा करते हैं इस लिए हमें अपने अपने मुल्कों और शहरों में भी इस एकता को बनाये रखना चाहिए. ऐसा करने से आपस में मुहब्बत बढ़ेगी और ग़लत फेह्मियां खत्म होंगी.
दरगाह शाहे मरदा में मुसलमानों के दोनों समुदायों की एक साथ ईदुल अजहा की नमाज़ अदा कराने में वरिष्ट पत्रकार मोहम्मद अहमद काज़मी ने सूत्रधार के तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका अंजाम दी. उनका कहना है कि मुसलमानों के बीच एकता का कार्यक्रम देश में शांति और अमन रखने के लिए बहुत ज़रूरी है. यह एकता किसी के भी खिलाफ नहीं है बल्कि देश में भाई चारा बनाने के लिए महत्व पूर्ण है. हम अगले पड़ाव में अलग अलग मजहबों के लोगों में भी एकता स्थापित करने के प्रयास करेंगे.
उन्होंने कहा कि देश भर में सकारात्मक सोच रखने वाले नौजवान द्वारा शोल्डर टू शोल्डर आन्दोलन चला रहे है यह बहुत अच्छा कदम है. कुदसिया मस्जिद में इस बार दूसरा साल है जब बकरीद पर सुन्नी मुसलमान यहाँ नमाज़ अदा करने आये है. हम सभी सुन्नी भाइयों का खैरमकदम (स्वागत) करते हैं.
वरिष्ट अधिवक्ता महमूद पराचा ने कहा कि ईद की एक साथ नमाज़ अदा करना देश में शांति रखने में मददगार साबित होगी. एक प्लेटफार्म पर आने से नजदीकियां बढेंगी और एक दुसरे को समझने में आसानी होगी. दुनिया भर में मुसलमानों को आपस में दुश्मन बनाने वालों की साजिशों को नाकाम करने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम होते रहने चाहियें.
समाज सेवी अमीक जामेई ने कहा कि देश में शोल्डर टू शोल्डर आन्दोनल में दरगाह शाहे मरदा के ज़िम्मेदारान बहुत गंभीरता और ज़िम्मेदारी से एकता का सन्देश दे रहे हैं. हमें सभी को मुसलमानों के बीच मुहब्बत का पैग़ाम आम करना चाहिए.
अंजुमने हैदरी के जनरल सेक्रेटरी बहादुर अब्बास नकवी ने बताया की उनकी संस्था शोल्डर टू शोल्डर आन्दोलन से जुड़े सभी लोगों के एकता आन्दोलन में आने वाले समय में भी हमेशा कंधे से कन्धा मिलाकर काम करने को हाज़िर है. हम उन सभी सुन्नी भाइयों के शुक्रगुज़ार है जिन्हों ने शिया इमाम के पीछे नमाज़ अदा करने का फैसला लिया. देश में बहुत जगहों पर आज शिया मुसलमानों ने सुन्नी इमामों के पीछे ईद की नमाज़ नमाज़ अदा की है. हमें ख़ुशी है कि यह दूसरा अवसर है कि ईदुल अजहा के अवसर पर दरगाह शाहे मरदा से तमाम मुसलमानों में एकता का सन्देश गया है .
इस अवसर पर दरगाह शाहे मरदा पहुँचने वालों में महत्वपूर्ण लोगों में अमीक़ जामेई, मेहताब आलम, सलमान निजामी, उवैस सुल्तान खान, शाहनवाज़ मालिक, तारिक अनवर, आदित्य मनों, बिलाल जैदी, असद हैदर जैदी, प्रोफेसर घज़न्फर जैदी, अनुपम पाण्डेय, और अफसर जाफरी भी मौजूद थे.