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जहां आज पूरा विश्व मुस्लिमो को आतंकी के तौर पर देखता है और इस्लाम को इसकी जड़ मानता है वही एक लड़की ने साबित कर दिया की आतंकवाद का मुसलमानों से कोई सम्बन्ध नहीं है l
भारत समेत कई देशो में जब भी आतंकवादी हमला होता है तो लोग हर मुसलमान को शक की निगाहों से देखते है और कई बार उन्हें पब्लिक जगहों पर निशाना भी बनाया जाता है l
जहां आज पूरा विश्व मुस्लिमो को आतंकी के तौर पर देखता है और इस्लाम को इसकी जड़ मानता है वही एक लड़की ने साबित कर दिया की आतंकवाद का मुसलमानों से कोई सम्बन्ध नहीं है l
भारत समेत कई देशो में जब भी आतंकवादी हमला होता है तो लोग हर मुसलमान को शक की निगाहों से देखते है और कई बार उन्हें पब्लिक जगहों पर निशाना भी बनाया जाता है l
जानिये क्या होता है इस्लाम जब इस लड़की ने अपने पिता को मेसेज कर के कहा की वो ये हिजाब अब और नहीं पहनना चाहती l
तो कहानी है पेंसिल्वेनिया की 17 साल की मुस्लिम लड़की लाम्या की जब उन्हें ट्विटर पे मुस्लिम होने पर टारगेट किया गया l लाम्या के पास एक ट्विटर पर एक मेसेज आया जिसमे लिखा था की “आप इस्लाम की वकालत करना बंद करे क्योकि आपके पिता कभी भी आपको ये हिजाब उतारने की मंजूरी नहीं देंगे” जिस पर लाम्या ने तुरंत अपने पिता को मेसेज किया l
लाम्या: बाबा मैं आपसे कुछ कहना चाहती हु!
बाबा: बताओ?
लाम्या: मैं अपना हिजाब उतारना हहती हूँ?
बाबा: ये तुम मुझसे क्यों पूछ रही हो ? ये तुम्हारे पर निर्भर है की तुम क्या करना चाहती हो , अगर नहीं पहनना हिजाब तो मत पहनो , लेकिन ये क्यों पूछ रही हो? सब कुछ ठीक है ना?
लाम्या द्वारा शेयर किया गया मेसेज
इस बातचीत को लाम्या ने ट्विटर पर शेयर कर दिया जिसके बाद लोगो ने इसे 140,000 बार रेट्वीट किया l वाकई ये एक ऐसी मिसाल है जिसने हर उस इंसान का मुह बंद कर दिया जो इस्लाम को आतंकवाद के चश्मे से देखते थे l आतंक का अर्थ होता है घबराहट , डर , भय अब यदि आतंक के साथ वादी लगा दिया जाये तो वो आतंकवादी बन जाता है यानि भय का जन्म दाता , डर को बढ़ावा देने वाला लोगों में अपना डर पैदा करने वाला ही आतंकवादी कह लाता है निर्दोष लोगों की हत्या करने वाला