लखनऊ। पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह शुक्रवार को गोमती नगर थाने पहुंचे। यहां उन्होंने अपने आवास पर कुछ लोगों द्वारा हमले की नियत से गाली गलौज करने की शिकायत दर्ज कराई। इसके साथ ही उन्होंने अपने शिकायती पत्र में कहा- मेरी जान को खतरा है। मुझे सुरक्षा दी जाए।
सिंह ने इस मामले की जानकारी देते हुए सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर भी लिखा। उन्होंने लिखा रात साढ़े दस बजे मेरे घर कुछ हथियारबंद बदमाशों ने धावा बोल दिया। इसके तीन घंटे के बाद फिर से वे बदमाश शराब के नशे में धुत होकर जिन्होंने भगवा गमछा डाला हुआ था राइफल-बंदूकों समेत आकर उन्होंने मेरे घर पर हमला कर दिया।
बदमाशों ने सिंह के साथ बदसलूकी की और खूब गाली-गलौच भी की। सिंह ने कहा कि इसकी खबर उन्होंने फोन करके पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों को देनी चाही लेकिन उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।
इसके बाद उन्होंने लिखा की अगर ऐसा पूर्व सरकार में हुआ होता तो मुझे इस हमले का दुख नहीं होता लेकिन वर्तमान सरकार को बनाने में कहीं न कहीं हमारा भी हाथ रहा है। मुझे बहुत दुख है कि सूबे में योगी आदित्य नाथ की सरकार है फिर भी इस प्रकार की वारदातें पूर्व आईएएस अधिकारियों के साथ हो रही हैं।
इसके साथ ही सिंह ने तीन फोटो भी शेयर किए और लिखा कि 29 मई को एक न्यूज चैनल के डिबेट से वापस आते समय मैंने एक माफिया, गौरव उपाध्याय, पूर्व शिव सेना विधायक और हिंदू युवा महासभा के स्वयंभु अध्यक्ष की बाहुबली लिखी हुई इन गाड़ियों की फोटो ली थी। जिसके बाद उनके लोगों ने मेरी गाड़ी को रुकवाकर मुझपर आक्रोश व्यक्त किया था। सिंह ने लिखा की हो सकता है मेरे घर पर हुए हमले में उन भ्रष्टाचारी नेताओं और माफियायों का हाथ हो जिनके खिलाफ मैंने अपने कार्यकाल में कार्यवाही की थी।
आपको बता दें कि यूपी कैडर के 1982 बैच के आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने सपा सरकार के शासनकाल में सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था। आए दिन वह अखिलेश सरकार के खिलाफ कुछ न कुछ लिखते रहते थे। अखिलेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पूर्व आईएएस ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, दिल्ली में जगेंद्र हत्याकांड को लेकर दिए गए अपने भाषण में प्रदेश को कुत्ता प्रदेश बोला था।