शिवपुरी के भाजपा नेता द्वारा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को धमकी देने एवं मंदसौर में प्रभारी मंत्री द्वारा महर्षि वाल्मीकि पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेसियों ने आक्रोश जताया और विरोध स्वरूप मंगलवार को गांधी चौराहे पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का पुतला जलाया।
मुुख्यमंत्री का पुतला जलने के बाद पहुंची पुलिस ने जले पुतले को बुझाने का प्रयास किया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि, सोमवार को मंदसौर में प्रभारी मंत्री अर्चना चिटनीस ने वाल्मीकि समाज के एक कार्यक्रम में महर्षि वाल्मीकि पर टिप्पणी करते हुए उन्हें डाकू कहा था एवं समाज को आरक्षण की आवश्यकता नहीं होने की बात भी कही थी। इसी तरह कुछ दिनों पहले शिवपुरी के भाजपा नेता राधेश्याम धाकड़ ने कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को खुले मंच से ठिकाने लगाने जैसी धमकी दी थी।
इन दोनों घटनाक्रमों पर नाराजगी जताते हुए गांधी चौराहे पर कांगे्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला जलाया, नारेबाजी की। इस मौके पर युकां प्रदेश महासचिव मंदसौर जनपद उपाध्यक्ष परशुराम सिसौदिया, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष महेंद्र गुर्जर, राजेश रघुवंशी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश पटेल, शक्तिदानसिंह सिसौदिया, हनीफ शेख, जितेंद्रसिंह राजाखेड़ी, अजय लोढ़ा, तरुण खिंची, किशोर गोयल, नीलम वीरवाल, राजेश सोलंकी, सुरेश धाकड़, नानालाल रावत, अजीज खान आदि कांगे्रस नेता उपस्थित थे।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की भाजपा मंत्री द्वारा की गई अशोभनीय टिप्पणी महर्षि वाल्मीकि जी का ही नहीं समूचे सनातन धर्म का अपमान है। आरएसएस और भाजपा में अगर जरा सी भी नैतिकता बची हो तो मंत्री को तत्काल मंत्री मण्डल से बर्खास्त करें। यदि मंत्री का इस्तीफा नहीं लिया गया तो कांग्रेस पार्टी संत महात्माओं और महापुरूषों के सम्मान में प्रदेश में विरोध प्रदर्शन, पुतले दहन को बाध्य होगी।