रजबपुर थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव के तालाब किनारे 37 हजार की लाइन के तार काट रहे तीन चोर जल कर राख हो गए। चोरों ने 11 खंभों का तार काटा था। तारों के तीन गट्ठर खेत में छिपे मिले।
यहीं पर चोरों ने एल्यूमीनियम व लोहे के तारों को अलग-अलग किया था। खेत के काफी हिस्से में लोहे के तार पड़े हुए थे, लेकिन एल्यूमीनियम का तार नहीं था। जिससे प्रतीत हो रहा था कि चोरों का पूरा गैंग रहा होगा, जो साथियों की मौत के बाद भी तारों को ले गए।
बुधवार की तड़के चार बजे मोहम्मदपुर गांव के तालाब किनारे 37 हजार की लाइन के तार काटते समय तीन चोर जल कर राख हो गए। घटनास्थल से कुछ दूर गांव के ही सुरेंद्र सिंह के खेत में गन्ने की पत्ती के नीचे छिपे तारों के तीन गट्ठर पाए गए। तार छिपे होने की जानकारी उस समय हुई, जब सुरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेम सला खेत पर पहुंचीं।
उधर अपर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह थाना पुलिस व सीओ धनौरा इंस्पेक्टर सिंह के साथ घटनास्थल पर जांच पड़ताल व ग्रामीणों और विद्युत विभाग के जेई से पूछताछ कर रहे थे। इधर किसान सुरेंद्र, घटनास्थल का मौका मुआयना कर रहे पुलिस अफसरों के पास पहुंचे।
अपने खेत में तारों के गट्ठर छिपे होने की जानकारी देते हुए उठवाने को कहा। एएसपी ने मौके पर जाकर खेत में छिपाए गए तारों के गट्ठर देखे। पास में ही आलू व गन्ने के खेत में काफी हिस्से में लोहे के तारों के टुकड़े बिखरे पड़े थे। जिससे लग रहा था कि यहीं पर चोरों ने काटे गए तार से लोहे और एल्यूमीनियम को अलग किया था।
एल्यूमीनियम तार मौके पर नहीं मिला। उसे चोर ले गए थे। इससे प्रतीत हो रहा है कि चोरों का पूरा गैंग था। क्योंकि 11 पोल से तार काटने के बाद उसे छांटने में भी समय लगता। उधर एल्यूमीनियम तार भी नहीं मिला।
आशंका जताई जा रही है कि गैंग में शामिल अन्य चोर उसे उठा ले गए। ग्रामीणों में इस बात को लेकर चर्चा थी कि चोरों पर साथियों की मौत का भी असर नहीं पड़ा। शवों को उसी हालत में छोड़ वो तार लेकर भाग गए।