रिपोर्टिंग – एस हसन जाज़िब आब्दी
लखीमपुर खीरी – भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक के गोला तहसील अध्यक्ष महेश चंद्र वर्मा एडवोकेट* की अगुवाई में 8/4/ 2018 को एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर जिला अधिकारी खीरी को 7 सूत्रीय संबोधित ज्ञापन सौंपकर किसानों को खड़े गन्ने की पर्चियां जारी करने बकाया भुगतान तौल सेंटरो पर अवैध वसूली रोकने एवं 8 घंटे से अधिक समय बीतने पर सेंट्रो पर गन्ना डंप करने एवं पूर्व में दिए गए ज्ञापन गन्ना समिति बोर्ड के सट्टो की जांच कराने की मांग की ।
लेकिन समय बीतने के बाद भी किसानों की समस्याओं का कोई हल प्रशासन द्वारा नहीं निकाला गया चीनी मिल के विरुद्ध पुलिस प्रशासन को 11 किसानों ने कोतवाली में मिल मालिक व प्रबंधक के विरुद्ध किसानों के उत्पीड़न कराए जाने व सूदखोरों से 5% से 10% मासिक ब्याज दर पर रुपए लेने के लिए विवश करने के विरुद्ध FIR दर्ज करने हेतु प्रार्थना पत्र दिए थे लेकिन मिल के मालिक व प्रबंधक के खिलाफ FIR दर्ज नहीं की जिससे प्रतीत होता है कि गोला पुलिस किसानों के हित के लिए कितनी सक्रियता के साथ अपने फर्ज का निर्वाहन कर रही हैं।
आपको बताते चलें किसानों ने अपनी समस्याओं को लेकर जब समिति गोला में आंदोलन की चेतावनी दी तों किसानों की आवाज को दबाने एवं चीनी मिल समिति के दबाव में प्रशासन ने धारा 144 लागू कर किसानों के पेट पर लात मारने का काम किया है।
दबे कुचले किसान की आवाज को बुलंद करने वाले भा की यू लोकतांत्रिक के जिला अध्यक्ष श्यामू शुक्ला ने बताया की योगी सरकार ने किसानों की आवाज दबाने का काम प्रशासन कर रहा है किसानों के साथ किए जा रहे शोषण बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे धारा 144 लागू करने से पहले प्रशासन ने किसानों की आज तक क्या मदद की है प्रशासन बताएं।
भारतीय तहसील अध्यक्ष महेश चंद्र वर्मा एडवोकेट का बड़ा बयान यदि किसानों की आवाज दबाने का प्रयास प्रशासन करेगा तो क्षेत्र के किसान आंदोलन को विवश होंगे 11 किसानों की तहरीर पर पुलिस ने अभी तक मुकदमा नहीं लिखा है और कई किसान को सूदखोर आत्महत्या करने तक के लिए विवश कर रहे हैं जिसके लिए भा की यू लोकतांत्रिक सूदखोरों को चिन्हित करा कर उनके विरुद्ध एक बड़ा अभियान चलाएगी।