आमोद तिवारी(फर्रुखाबाद): जिले के लोगो की नासमझी और कोरोना को लेकर निचििन्तता के चलते आखिर वही सामने आया जिसका भय था। यह अपराकाशी का दुर्भाय ही समझा जाये जो प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद जन मानस की लापरवाही के चलते जिला कोरोना की धधकती आग में झुलसना शुरू हो गया।
लगातार दूसरे दिन आज फिर कोरोना का संक्रमित मरीज प्रशासन द्वारा कन्नौज मेडिकल काॅलेज के लिए रेफर किया गया। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के सभी इंतजाम किये हैं। कोरोना महामारी से अछूता रहा जिला प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना संक्रमण का शिकार होने लगा है। लोगो ने शासन की तमाम सावधानियों को दरकिनार कर जिस प्रकार अपनी नासमझियों और स्वार्थ भरी सोच का परिचय दिया। आज उसी का नतीजा है जो लगातार कोरोना पाॅजिटिव सामने आने लगे।
कोतवाली फतेहगढ़ निवासी राकेश तोमर का 29 वर्षीय पुत्र शैलेन्द्र तोमर अहमदाबाद की एक टेक्सटाईल कंपनी में इंजीनियर हैं। वह जनपद में बीती 5 मई को रोडवेज बस द्वारा जौनपुर होते हुए यहां पहुंचे थे। उनके साथ कायमगंज के तीन और मैनपुरी के दो लोग और थे। इस बस में करीब 40 लोग यात्रा कर अपने गंतव्यों पर पहुंचाये गये थे।
कोरोना पीड़ित शैलेन्द्र सिंह तोमर के परिवार में उनकी पत्नी दीक्षा व पांच माह का नवजात पुत्र, बहन सोनाली, दादी गीता, पिता राकेश, चाचा गजेन्द्र सिंह, चाची रानी व उनका बेटा प्रिंस एक साथ रहते हैं। मौके पर पहुंचे सीओ सिटी मन्नी लाल गौड़ के निर्देश पर स्वास्थ्य टीम ने होम क्वारेन्टाइन में करवाने के बाद आज शैलेन्द्र को एंबुलेंस द्वारा उपचार के लिए तिर्वा स्थित मेडिकल कालेज कन्नौज भिजवाया।