एक मर्तबा अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली (अ) का गुज़र एक ऐसे बूढ़े आदमी के पास से हुआ जो लोगों से भीख मांग रहा था,
हज़रत अली (अ) ने पूछा की यह कौन है?
आप के साथी ने कहा कि: मौला यह एक इसाई धर्म का मजदूर था, हज़रत अली (अ) ने फ़रमायाः *इस आदमी से तुमने काम लिया और जब बूढ़ा और लाचार हो गया तो छोड़ दिया! जाओ बैतुलमाल (सरकारी ख़ज़ाने) से इसकी मदद करो।*
(वसायलुश्शीया, जिल्द 15, पेज 66, बाब 19)