भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 विमान का मलबा, चीन की सीमा के निकट घने जंगलों में मिला है।
इस प्रकार दो दिन पहले तेजपुर एयर फोर्स बेस स्टेशन से उड़ान भरने के बाद लापता हुए वायुसेना के सुखोई-30 विमान के लापता होने की पहेली हल हो गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुखोई-30 विमान का मलबा तेजपुर से करीब 60 किमी दूर अरूनाचल प्रदेश में चीनी सीमा के पास घने जंगलों में मिला है। इसपर सवार दोनो विमान चालकों के बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका है।
ज्ञात रहे कि उत्तरी असम से लापता हुए इस विमान के लिए गुरुवार को तलाशी अभियान को नए इलाकों में भी शुरू किया गया था। इलाके में खराब मौसम के कारण तलाशी अभियान में बाधाएं आ रही थीं। सुखोई-30 विमान की तलाशी के लिए भारतीय वायुसेना के इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल पेलोड वाले सी-130 विमान, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और चेतक हेलिकॉप्टरों को लगाया गया था। इसके अतिरिक्त हवाई क्षमता के साथ भारतीय वायुसेना के दलों, भारतीय सेना के नौ दलों और राज्य प्रशासन के दो दलों को खोज के लिए अलग-अलग छोरों पर तैनात किया गया था।
उल्लेखनीय है कि भारत का यह विमान मंगलवार को तेजपुर से 60 किलोमीटर दूर उत्तर दिशा से लापता हो गया था। भारतीय वायुसेना का यह विमान रूटीन ट्रेनिंग मिशन पर था और हर दिन की तरह ही इसने अपनी रूटीन उड़ान भरी थी। विमान पर दो पायलट सवार थे।