नई दिल्ली। बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र की बीजेपी सरकार पर पिछले तीन वर्षों के शासनकाल में विरोधी पार्टियों व न्यापालिका सहित अन्य संवैधानिक संस्थाओं को अपना राजनीतिक दुश्मन मानकर उनसे हर बात पर तकरार ही करते रहने का नकारात्मक व अहंकारी रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
उन्होने कहा कि इस सरकार के चौथे वर्ष में देश के करोड़ों ग़रीब, मज़दूर, किसान व अन्य मेहनतकश लोग यह सोचने पर मजबूर हैं कि आख़िर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में उन्हें क्या मिला? बल्कि उनके हितों पर हर प्रकार का कुठाराघात ही किया गया है। धन्नासेठ व अमीर और ज्यादा अमीर क्यों होते जा रहे हैं?
मोदी सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये मायावती ने कहा, ”केन्द्र की मोदी सरकार का स्वभाव है कि वह ‘काम कम और बड़ी-बड़ी बातें अधिक’ करते हुये सरकार के तीन वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में अकूत धन पानी की तरह बहाकर जनता को अपनी तथाकथित उपलब्धियों के सम्बन्ध में वरग़लाने का प्रयास कर रही है और इस मौके पर केन्द्र की सरकार अपने आपको काफी बढ़ा-चढ़ाकर जनता के समक्ष पेश करने का प्रयास कर रही है।
बीएसपी सुप्रीमो ने आगे कहा, ”इनके पास जनता के इस मूल प्रश्न का कोई सीधा, साधारण व विश्वसनीय जवाब नहीं है कि देश की अत्यन्त ज्वलन्त समस्याओं जैसे ग़रीबों की ग़रीबी, जानलेवा महंगाई, बढ़ती हुई अशिक्षा, बेरोजगारी व साम्प्रदायिक व जातीय हिंसा व तनाव दूर करने के साथ-साथ देश की आमजनता को सुख-शान्ति व समृद्धि का जीवन देने में यह सरकार क्यों बुरी तरह से विफल साबित हुई है?”
उन्होने आगे कहा, ”केन्द्र सरकार के मंत्रियों व बीजेपी के नेताओं द्वारा बार-बार दावा किया जा रहा है कि देश की अर्थव्यवस्था में तेजी से विकास हो रहा हैं, पर वे लोग जनता को यह नहीं बता पा रहे इसका फायदा देश की आमजनता को नहीं होकर क्यों इसका लाभ केवल बीजेपी-समर्थित मुट्ठीभर पूँजीपतियों व धन्नासेठों को ही हो रहा है? इसके अलावा सीमायें भी इतनी असुरक्षित व इतनी अशान्त क्यों है तथा हमारे वीर जवान इतनी ज्यादा संख्या में लगातार क्यों शहीद हो रहे हैं?