रिपोर्ट: उवैस चौधरी -इटावा- कहते हैं क्यों न कोई अनुशासन की बातें कितनी बड़ी-बड़ी कर डाले लेकिन जब अपने ही अनुशासन तोड़ने पर आमादा हो तो क्या करें घर का मुखिया कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश के इटावा में देखने को इस समय मिल रहा है जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुखिया किसी भी प्रकार से कानून व्यवस्था को सुधारने में लगे हैं और कानून के रखवालों को कानून का पाठ पढ़ाने में जुटे हैं
तो वही उनके अपने ही उनके कानून का मजाक बनाने में जुटे हैं अब ऐसे मेरा कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि “जब सत्ता में हैं हम तो किस में है दम” आइए आपको हम बताते हैं कि आज इटावा का प्रशासन और गौ रक्षा दल के लोग क्यों आमने सामने खड़े हैं इटावा से प्राप्त जानकारी के अनुसार इटावा में गौ रक्षा दल ले आज एक यात्रा निकालने की बात प्रशासन से कही थी लेकिन कई खुफिया एजेंसी के रिपोर्ट के बाद प्रशासन ने गौ रक्षा दल को यह यात्रा निकालने से साफ तौर पर इंकार कर दिया है लेकिन वही गौ रक्षा दल वाले अपनी बात पर अड़े हैं और वह यहां तक कहते नहीं कर रहे कि कोई परमिशन दे या ना दे हम तो यात्रा निकालेंगे। तो वही जिला अधिकारी शमीम अहमद और एसएसपी शिवहरी मीणा ने स्पष्ट किया कि गैर परंपरागत किसी भी यात्रा को निकालने की अनुमित कानून व्यवस्था के मद्देनजर नही दी जा सकती है ।शासन की मंशा के अनुरूप वैसे किसी भी यात्रा को निकालने की अनुमित नहीं दी सकती है । दूसरी धारा 144 भी लागू है जो किसी भी तरह की अनुमति नहीं देता है । गौरक्षा दल के महासचिव मयंक विधौलिया समेत 3 को इस बाबत नोटिस भी दे दिया जा चुका था।प्रशासन किसी भी नई परंपरा को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने जैसा कोई भी कार्य ना करने देने पर पूरी तरह से अडिग ।