V.o.H News: अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जापान की राजधानी टोकियो में अपने एक भाषण में बताया है कि परमाणु मामले में उत्तरी कोरिया के साथ बातचीत क्यों मुश्किल है।
ओबामा ने उत्तरी कोरिया के परमाणु हथियारों के मामले पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि परमाणु कार्यक्रम पर उत्तरी कोरिया के साथ वार्ता कठिन है और इस देश के अलग-थलग होने के कारण व्यापार और यात्रा के संबंध में उत्तरी कोरिया पर दबाव डालना अधिक प्रभावी नहीं है। ओबामा ने कहा कि उत्तरी कोरिया उस देश का स्पष्ट उदाहरण है जो अंतर्राष्ट्रीय नियमों और मानकों से दूर है और इसी लिए वह अन्य दुनिया से कटा हुआ है।
उन्होंने कहा कि परमाणु हथियारों की प्राप्ति की कोशिश छोड़ने के लिए उत्तरी कोरिया को तैयार करना एक कठिन ज़िम्मेदारी है लेकिन इस देश पर दबाव डालने के लिए चीन, दक्षिणी कोरिया और जापान जैसे देशों का सहयोग किसी भी देश की तरफ़ से एकपक्षीय क़दम से बेहतर है। अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि उत्तरी कोरिया के साथ दुनिया का व्यापार कम है और इस देश की यात्रा भी कम होती है जिसके चलते वार्ता में उस पर दबाव डालना आसान नहीं है। ओबामा को टोकियो में एक ग़ैर सरकारी संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाषण के लिए आमंत्रित किया गया था।