दिल्ली – हर दिन लाखों यात्री दिल्ली रेलवे स्टेशन से यात्रा करते हैं साथ ही यात्रियों को किसी तरह की परेशानी ना हो उसका पूरा ध्यान RPF रखती है वहीं पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रविवार को RPF के प्रभारी के नेतृत्व में RPF के स्टाफ ने लोगों को जागरूक किया कि वह किस तरह से RPF की आंख और कान बन सके और किस तरह से वह सतर्क रहते हुए दूसरी यात्रियों की भी जान बचा सकते हैं साथ ही अलग अलग तरीके से कैसे RPF से संपर्क कर क्राइम का ग्राफ कम कर सकते हैं.
रेल यात्री जागरूकता अभियान की हुई शुरुआत
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन में आर.पी.एफ प्रभारी मनोज कुमार के मार्गदर्शन में स्टाफ द्वारा रेल यात्री जागरुकता अभियान आयोजित किया गया और यात्रियो को बताया गया कि रेल यात्रा के दौरान किसी भी अंजान व्यक्ति का दिया सामान ना खाऐं और ना ही खिलाऐं हो सकता हैं. हो सकता है वो जहरखुरानी गिरोह के लोग हो,जो आपको किसी भी खाद्य पदार्थ जैसे चाय,पानी,कोल्ड्रिंक, केक,बिस्कुट,फल आदि सामान में नशीला पदार्थ मिला कर आपको खिलादें और आपका सारा सामान लूट सकते हैं.जिससे आपको काफी नुकसान हो सकता है और आपकी जमा पूंजी जा सकती है.
पायदान पर न यात्रा करें न ही सेल्फी लें
आरपीएफ के पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्रभारी मनोज कुमार ने रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि रेल यात्रा के दौरान चलती ट्रेन में दरवाज़े, पायदान और छत पर यात्रा ना करें साथ ही, दरवाजे,पायदान, छत पर खडे़ होकर सेल्फी लेने का प्रयास ना करें. ऐसा करने पर एक छोटी सी गलती से आपकी जान भी जा सकती हैं ओर ऐसा करना कानून जुर्म है,रेल यात्रा के दौरान किसी बच्चे को संदिग्ध हालत में देंखे तो तुंरत चाइल्ड हेल्प लाईन 1098 पर फोन कर जानकारी दें,बिना टिकट यात्रा ना करें,प्लेट फोर्म व ट्रैन स्वच्छ रखने में रेल प्रसाशन की मदद करें,गाडियो में चैन पुलिंग ना करे ऐसा करना कानून जुर्म है, भारत में रेल यात्रा के दौरान किसी प्रकार की परेशानी हो आप तुरंत आर.पी.एफ हेल्प लाइन नंबर 182 और जी.आर.पी हेल्प लाइन नंबर1512 पर फोन कर सहायता प्राप्त कर सकते है. प्लेटफॉर्म पर मौजूद तथा आने व जाने वाली गाड़ियों में यात्रियों को पेम्फलेट, बेनर आदि के माध्य्म से प्रचार प्रसार किया गया.
खोये लोगों को परिवार से मिलाती है आरपीएफ
वहीं आरपीएफ लोगों को जागरूक तो करता ही है साथ ही साथ खोये लोगों को भी उनके परिवार से मिलाता है. हाल ही में पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के मेन हॉल में उप-निरीक्षक आर बी एल मीना को 3 मासूम बच्चे मिले, जब उनसे पूछताछ की गई तो ये ये तीनों बच्चे दिल्ली के ही रहने वाले थे, जिनमे पहला समर था जो 12 साल का है और राजा पुुुर में रहता है वहींं दूसरा सागर है जिसकी उम्र 12 साल है और वो मंगोल पूरी का रहने वाला वहीं तीसरा बच्चा अरुण है जो कि सिर्फ 10 साल का है और ये भी मंगोल पूरी का ही रहने वाला है. जब आरपीएफ कर्मी ने इनसे इनके बारे में पूछा तो उन्होंने घर का नम्बर बताया जिसके बाद इनके परिवार वालों को सूचित किया गया और कानूनी औपचारिकता के बाद इन्हें परिवार को सौंप दिया गया.
वहीं एक एनजीओ के प्रतिनिधि अर्जुन सिंह भी एक 9 वर्षीय बच्चे को लेकर आरपीएफ प्रभारी के पास पहुंचे जिसके बाद फौरन आरपीएफ कर्मियों ने उस बच्चे से उसके परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी ली और आखिर में आरपीएफ ने उस 9 वर्ष के बच्चे मोहम्मद ज़ाहिद को भी उसके परिवार से मिला दिया