मितौली – खीरी : –
स मितौली ब्लॉक में 91 ग्राम पंचायतो में 226 सफाईकर्मियों की नियुक्त की गई है , ब्लॉक परिसर सहित आसपास गावँ में कई जगहों पर गन्दगी का अंबार लगा हुआ है , जिससे स्थानीय लोगों को यहां के अधिकारियो की मंशा ” स्वच्छता अभियान ” को लेकर सही नही बल्कि संदिग्ध लग रही है , केंद्र सरकार द्वारा चलाये जा रहे स्वछता अभियान का ब्लॉक में कोई भी असर देखने को नही मिल रहा है जबकि गाँवों में लगे गंदगी के ढेरों से संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बना हुआ है ।
ये बात सिर्फ़ गाँवों तक ही सीमित नही है बल्कि ब्लॉक मुख्यालय के हालात भी बिलकुल इसी तरह है।
विकास खंड कार्यालय और सभागार की दीवारें अभी भी पान , पुड़िया से रंगी हुई हैं ।
कार्यालय में तहसीलदार ऑफिस से पास बना शौचालय कबाड़ से भरा पड़ा है ,
यहाँ डिब्बे , और टूटी कुर्सियाँ डाल् दी गईं है ।
विकास खंड परिसर में बना हुआ जलाशय भी गन्दगी की वजह से बदहाल पड़ा है ,
ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब विकास खंड परिसर की सफ़ाई का ये हाल है तो अन्य जगहों , गांवों का हाल क्या होगा , जिसका अंदाज़ा ख़ुद ही लगाया जा सकता है ।
इसकी परिसर में एस.डी.एम. , तहसीलदार , नायब तहसीलदार , और अन्य सभी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहते हैं ।
परिसर के सामने ही एक खेल मैदान है वहीँ सभी अधिवक्तागण बैठते हैं।
इसी मैदान के चारों तरफ़ गंदगी के ढ़ेर लगे हुए है जिससे यहाँ बैठना मुश्किल है और भीषण गर्मी की वजह से इस गंदगीसे भयानक मच्छर जनित रोगों के फैलने की आशंका बनी हुई है।
मितौली कस्बे में पुरानी मस्जिद के पास हमेशा जलभराव की स्थिति उत्पन्न रहती है जिसको लेकर कई बार ग्राम प्रधान और विकास खंड प्रशासन को जानकारी दी जा चुकीं है , लेकिन सभी जान कर भी अनजान बने हुए है और नालियां गन्दगी से भरी पड़ी है , वहां के स्थानीय लोगों – मो0 अब्बास (एड. ) , संजय जायसवाल , शरीफ़ अहमद , निसार अहमद , आदिल रिज़वी – का कहना है कि बार – बार शिकायत पर भी कोई एक्शन नही होता है और गन्दगी से संक्रामक रोगों के फैलने का ख़तरा लोगों को सता रहा है
रिपोर्टिंग :-
सैय्यद हसन जाज़िब आब्दी