शिमला के ढली-कैथलीघाट फोरलेन पर एनएचएआई (नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) एरियल ब्रिज का निर्माण भी करेगा। विदेशों की तर्ज पर यह पुल बनाया जाएगा। कैथलीघाट के पास सुंगल गांव में बनने वाले हिमाचल के इस पहले एरियल ब्रिज के निर्माण पर करीब 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह पुल न सिर्फ सामान्य पुलों के मुकाबले कई गुणा अधिक मजबूत होगा, बल्कि सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र भी बनेगा।हाईटेक तरीके से ब्रिज के निर्माण के लिए विदेश से इंजीनियर आएंगे। मई माह में ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। ब्रिज बनने से सड़क की लंबाई तो घटेगी ही साथ ही सैकड़ों बहुमूल्य पेड़ भी कटने से बचेंगे। ढली-कैथलीघाट फोरलेन पर 9 बड़े और 7 छोटे ब्रिज बनेंगे। कैथलीघाट के पास बनने वाला एरियल ब्रिज इनमें सबसे बड़ा होगा। इस फोरलेन ब्रिज पर से एक समय में चार गाड़ियां गुजर सकेंगी। ब्रिज के दोनों ओर ऊंची रेलिंग लगाई जाएगी, ताकि दिखने में यह आकर्षक लगे।
हाईटेक तरीके से बनेगा ब्रिज
सड़क की लंबाई घटाने और पेड़ों को बचाने के लिए कैथलीघाट के पास सुंगल में एरियर ब्रिज बनाने का निर्णय लिया गया है। ब्रिज का निर्माण पूरी तरह हाईटेक तरीके से होगा। ब्रिज के निर्माण पर 500 करोड़ रुपये लागत आएगी।- कर्नल आरएस पुरी, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई
40 से घटकर 27 किमी रह जाएगी ढली से कैथलीघाट की दूरी
फोरलेन बन जाने के बाद ढली से कैथलीघाट की दूरी करीब 13 किलोमीटर कम हो जाएगी। ढली से कैथलीघाट की दूरी अभी 40 किलोमीटर है। यह फोरलेन बनाने के बाद 27 किलोमीटर रह जाएगी।
80 फीट ऊंचे टॉवरों पर होगा ब्रिज का पूरा भार
एरियल ब्रिज के दोनों सिरों पर 80 फीट ऊंचे दो टॉवर बनाए जाएंगे। इन टॉवरों पर ही ब्रिज का पूरा भार होगा। ब्रिज के बीच में कोई भी सहायक पिल्लर नहीं बनेगा।
ये होगी पुल की खासियत
-ब्रिज जमीन से करीब 200 फीट ऊंचा होगा
-इसकी लंबाई 600 मीटर
-चौड़ाई 22 मीटर होगी