नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद देश की जीडीपी में आई गिरावट को लेकर केंद्र सरकार भले ही कुछ कह रही हो लेकिन कांग्रेस ने इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा है। देश के पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि मैंने पहले ही कह दिया था कि नोटबंदी की वजह से जीडीपी में गिरावट आएगी और मेरी बात सही निकली।
चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के विवादास्पद फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह ‘अभूतपूर्व मूर्खता’ थी, जिसने अर्थव्यवस्था को पीछे धकेल दिया है। सीएसओ के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देते हुए चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी दलों ने जो भी कहा था, वह अक्षरश: सत्य साबित हो रहा है। उन्होंने 8 नवंबर 2016 की नोटबंदी के बाद जीडीपी में 1 से 1.5 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान लगाया था।
चिदंबरम ने कहा कि 2016 में अर्थव्यवस्था सुस्त थी, लेकिन सुधारात्मक कदम उठाने के बजाय सरकार ने असाधारण मूर्खता वाला फैसला करते हुए नोटबंदी की घोषणा की, जिससे अर्थव्यवस्था और पीछे चली गई। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से लाखों लोग संकट में पड़ गए। पूर्व वित्त मंत्री के मुताबिक आर्थिक वृद्धि के सभी 3 सूचकांकों पर सरकार असफल रही है, जिसमें जीडीपी के अनुपात में निवेश, कर्ज में बढ़ोतरी व नौकरियों का सृजन शामिल है।
पी चिदंबरम ने जीडीपी के ताजा आंकड़ों पर ट्वीट करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था में गिरावट की शुरुआत तो जुलाई 2016 में ही हो गई थी। नोटबंदी ने इस स्थिति को और खराब कर दिया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के समय जीडीपी में गिरावट डेढ़ फीसद तक की उनकी आशंका बिल्कुल सही साबित हुई है। चिदंबरम ने कहा कि वित्त वर्ष 2015-16 और 2016-17 की आखिरी तिमाही का आंकड़ा देखें तो जीडीपी में गिरावट 3.1 फीसद है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने विकास दर घटने पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जीडीपी में गिरावट और नौकरियों में आ रही भारी कमी हकीकत है। इस हकीकत से लोगों का ध्यान बंटाने के लिए ही बाकी सारे विवादित मुद्दों को उछाला जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. अजय कुमार ने भी जीडीपी दर में गिरावट को देश के लिए बेहद चिंताजनक बताते हुए कहा कि सरकार ने गिरावट को कम से कम दिखाने के लिए आंकड़ों में हेरा-फेरी की पूरी कोशिश की है। इसके लिए थोक मूल्य सूचकांक के मानक वर्ष को बदला गया। कुमार ने कहा कि सरकार की इन कोशिशों के बावजूद जीडीपी में आखिरी तिमाही में गिरावट से साफ हो गया है कि अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी के प्रतिकूल असर होने की मनमोहन सिंह की आशंका सही साबित हुई है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जीडीपी में गिरावट से स्पष्ट है कि आर्थिक मोर्चे पर सरकार के कुप्रबंधन का खामियाजा देश को उठाना पड़ रहा। विकास दर में गिरावट का दौर है, आईटी सेक्टर में मंदी है, नई नौकरियों का सृजन होना तो दूर हजारों की संख्या में लोगों की नौकरियां छिन रही हैं। मैन्यूफैक्चरिंग, सेवा क्षेत्र से लेकर औद्योगिक उत्पादन सभी में गिरावट है।