प्राप्त जानकारी के अनुसार म्यांमार सेना के क़त्ले आम से बचकर बांग्लादेश भाग कर जान बचाने वाले रोहिंग्या समुदाय की दुर्दशा पर खेद व्यक्त करते हुए वरिष्ठ शिया धर्मगुरु आयतुल्लाह नासिर मकारिम शीराज़ी ने अपने दर्से ख़ारिज में कहा कि इस देश के मुसलमान पीड़ित हैं वह बहुत सी समस्याओं से ग्रस्त हैं उनकी सहायता की जानी चाहिए । म्यांमार के लोगों को भूलना नहीं चाहिए मुसलमान खुद उनकी सहायता के लिए आगे आएं और उन्हें इस मुश्किल से निकालें ।
अंतरार्ष्ट्रीय संस्थाएं इस मुद्दे पर संवेदनशील नहीं हैं खुद मुसलमानों को आगे बढ़कर अपने भाईयों की परेशानी को दूर करना होगा । आयतुल्लाह ने कहा कि रोहिंग्या समुदाय की सहायता के लिए आंदोलन शुरू किया गया है आयतुल्लाह ख़ामेनई ने भी इस मुद्दे पर बहुत सहायता की है हम भी 100 मिलियन तूमान दे रहे हैं तथा उम्मीद करते हैं कि अन्य लोग भी इस मुहिम में भाग लेंगे तथा इन पीड़ितों की कुछ मुश्किलों को दूर करने में सहययक हों ।