नई दिल्ली – प्रधानमंत्री दिन ब दिन अपने भाषणों में इतने निम्न स्तर और घटिया भाषा का प्रयोग करने लगे हैं जिसको सुनकर सिर्फ गुस्सा आता है कल नरेन्द्र मोदी को उनकी बयानबाजी को लेकर अब तक की सबसे बड़ी चेतावनी मिली है। उन्होंने इलाहाबाद की एक जनसभा में कहा था कि यहां की महिलाएं सात बजे के बाद असुरक्षित हो जाती हैं। इसे यूएनओ ने गंभीरता से लिया है। पीएम को सोच समझ पर बड़े सवाल करते हुए कहा कि मोदी सोच समझ बोला करे अगर उन्हें बोलने की तमीज नहीं है तो चुपचाप रहा करें ऐसा निर्देश यूएनओ ने मोदी को दिया है..
यूएनओ ने मान लिया है कि मोदी ने इलाहाबाद में दिए गए अपने भाषण से पूरे भारत देश की विश्व स्तर पर बड़ी बेइज्जती करवाई हैं और भारत में महिला सुरक्षा के नाम एक बड़ा कलंक लगा दिया हैं, जिससे उबरने में और फिर से वही इज्जत-सम्मान पाने के लिए सदियां लग जाएंगी। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री इलाहाबाद में अपने चुनावी भाषण में यह बोल गए कि उत्तर प्रदेश में शाम को 7 बजे के बाद महिलाओं का घर से निकलना मुश्किल है और जो महिला किसी काम-काज से बाहर निकलती भी है, तो उसे यह नहीं पता रहता कि घर लौटते वक्त उसकी इज्जत और जान भी बचेगी की नहीं..
यूएनओ ने भारत के नरेंद्र मोदी के इस बयान को बहुत ही गम्भीरता से लेते हुए विश्व के सभी देशों के राष्ट्राध्यक्षों से कहा कि सभी देश अपने लोगों और महिलाओं को भारत नहीं जाने दें और व्यापारिक गतिविधियों को भी सीमित तरह से करें, जिससे किसी भी देश के नागरिकों को कोई भी समस्या न हो।यूएनओ ने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम विश्व के लोगों को सचेत करें, क्योंकि जब इंडिया के पीएम खुद ही कह रहे हैं कि हमारे देश में