Sunday, September 24, 2023
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नौगावां वासियों का सवाल: बिजली का बिल ज्यादा क्यों आता है? विभाग के पास कोई जवाब नहीं…

नौगावां वासियों का सवाल: बिजली का बिल ज्यादा क्यों आता है? विभाग के पास कोई जवाब नहीं…

बिजली बिल में गड़बड़ी उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत, बिजली विभाग के राजस्व में भी आयी भारी गिरावट…

 

V.o.H News: शहजाद आब्दी: नौगावां सादात: अनाप-शनाप बिजली बिल नौगावां के नागरिकों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. नौगावां वासी अदायगी को लेकर संवेदनशील भी है. बिजली का बिल ज्यादा क्यों आता है? नौगावां वासियों के इस सवाल का जवाब बिजली विभाग शायद ही दे सके. हमारा आकलन है कि गलत बिलिंग के कारण ही उपभोक्ता बिल नहीं चुकाते. अनाप-शनाप धनराशि के बिल प्राप्त होने पर उपभोक्ता उन्हें ठीक करवाने के लिए यहां-वहां भटकते हैं.

 

बिजली विभाग का कोई ऐसा काउंटर नहीं है, जहां बिजली बिल का सुधार हो सके. उपभोक्ता जब नौगावां बिजली घर में बिल सुधारवाने के लिए जाते हैं, तो जवाब मिलता है कि अमरोहा विद्युत अभियंता के पास जाइए वहां जाने पर कहा जाता है कि सहायक विद्युत अभियंता ही ठीक करेंगे. लेकिन न कभी अभियंता मिलते हैं न कभी सहायक अभियंता मिलते हैं.

उपभोक्ता बिल सुधार के लिए महीनों दौड़ लगाते हैं, लेकिन सुधार नहीं हो पाता. इसके कारण लगातार बिल का बोझ उपभोक्ताओं पर बढ़ता जाता है. इससे परेशान होकर बिजली उपभोक्ता बिल जमा करना ही छोड़ देते हैं. या फिर ज्यादा बिल जमा तो कर देते हैं लेकिन बिजली कनेक्शन कटवा देते हैं.

बिजली उपभोक्ताओं का बिल सहीं नहीं होता, तो क्षेत्र के बिजली बिल की वसूली कठिन होती चली जाती है. बिजली की अनियमित आपूर्ति और रखरखाव संबंधी गड़बड़ियों से आजिज नगरवासी अक्सर बिलिंग व रिकवरी एजेंसियों के कर्मचारियों के लिए असहज स्थिति पैदा कर देते हैं.

ऐसी स्थितियां टालने का एकमात्र उपाय यह है कि समय पर वास्तविक बिल भेजें जाएँ. लेकिन यह सब करने से पहले सुनिश्चित कर लें कि उपभोक्ताओं को उनकी अपेक्षा के अनुरूप बिजली मिल रही है या नहीं. रखरखाव संबंधित शिकायतों का समयबद्ध ढंग से निस्तारण हो रहा है या नहीं. ऐसी स्थिति में जब बिलिंग सही नहीं हो पा रहा है तो लोग सरकार को दोषी ठहराने लगते हैं. वहीं कर्मचारियों की गलती से बिजली विभाग का प्रति वर्ष लाखों लाख रुपया बकाया लगता जाता है. उसके बाद बिजली विभाग बिजली सप्लाइ रोकने पर मजबूर हो जाता है. जबकि सच यह है कि बिजली की बिलिंग वास्तविक और समय पर उपभोक्ता को मिले, तो 90 प्रतिशत बिल वसूली तय माना जाता है. लेकिन गलत बिल आने से बिजली उपभोक्ता काफी परेशान हैं.

उत्तर प्रदेश सरकार को वसूली की राशि पूरी नहीं मिल पा रही है. इस समस्या पर अधिकारीयों को ध्यान देना होगा एवं इसका समाधान निकालकर क्षेत्र की जनता को निजात दिलाना होगा, वरना आगे बहुत बड़ी समस्या खड़ी होने का अंदेशा है.

 

बिजली उपभोक्ता बोले-

नौगावां निवासी एक व्यक्ति कहते हैं कि उनके यहाँ बस 1 बल्ब जलता है फिर भी उनका एक माह का बिल लगभग 20,000 रूपये का आया है. 

इसी तरह एक दुसरे व्यक्ति ने बताया कि उनके घर में भी सिर्फ 1 बल्ब व 1 पंखा चलता  है फिर भी उनका बिल लगभग 2 लाख रूपये का आ गया है.

अधिकांश लोगो के साथ इसी तरह की समस्या बनी हुई हैं. अगर बिजली विभाग ने इस समस्या को ख़त्म नहीं किया तो आने वाले समय में विभाग को राजस्व के रूप में बड़ा नुकसान पहुचने वाला है. लोग धीरे-धीरे अपने कनेक्शन ख़त्म कराते जा रहे हैं.

 

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