हरदोई (आशीष सिंह): कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में डर और सनसनी का माहौल है, हजारों लोग अब तक इस महामारी में अपनी जान गवा चुके हैं, लेकिन हम जिस मुल्क के वासी हैं वहां तमाम मुसीबतें दुआ और दुरूद के सहारे ही निपटा लेने का दावा किया जाता है, फिर चाहे वह आसमानी आफत का कहर हो या कोरोना वायरस जैसी महामारी ही।
यह हम नहीं कह रहे बल्कि उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की यह तस्वीरें बयां करती हैं।
कलेक्ट्रेट परिसर में बने इस कंट्रोल रूम से आपातकाल के दौरान तमाम सुविधाएं जनता तक पहुंचाई जा रही हैं, यानी यहां के लोगों को यह कंट्रोल रूम नेक सलाह और एहतियात बरतने की बात बता रहा है, लेकिन कैसे वह भी तस्वीरों में देखिए कंट्रोल रूम में बैठे हुए यह लोग ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं और ना ही चेहरे पर कोई मास्क ही है, मने हरदोई जिले के 40 लाख लोगों को कोरोना वायरस से खतरा है लेकिन कंट्रोल रूम में बैठे लोग पूरी तरह महफूज हैं।
इस बाबत हमारी बात जब जिम्मेदारों से हुई तो उन्होंने आम नागरिकों पर तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर कार्यवाही की बात कही लेकिन उनके दफ्तर से 10 मीटर दूर इस कंट्रोल रूम के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने जांच करा कर कार्यवाही करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया, बरहाल अब सवाल ये कि कंट्रोल रूम में बैठे क्या सरकारी कर्मचारी है कोरोना वायरस से पूरी तरह महफूज है, या फिर जनता और अफसरों के लिए इस महामारी में भी नियम और कायदे अलग-अलग हैं।