लखनऊ. उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने अपना कार्यभार संभाल लिया है। शपथग्रहण के बाद से ही लगातार वे अब पूरी तरह से एक्शन में है। हालांकि एक्शन में वो उस समय से ही आ गये थे जब मुख्यमंत्री के लिए उनके नाम की घोषणा भाजपा की ओर से की गयी थी।नाम की घोषणा के साथ ही उन्होंने राज्य में दंगा और जश्न के नाम पर हंगामा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था।
इसके बाद उन्होंने राज्य में बुचड़खानों पर भी लगाम लगाने के संकेत दे दिये।इसके चलते पहले ही दिन आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक की और सभी को 15 दिन के अंदर अपनी संपत्ति का ब्योरा जमा करने के निर्देश दे दिए। वहीं बुधवार को उन्होंने एनेक्सी का औचक निरीक्षण किया जिससे वहां के आधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसके चलते योगी सरकार ने दफ्तरों में गुटखा-पान पर भी रोक लगा दी है। मगर योगी सरकार के एेसेकई बड़े फैसले है जो अखिलेशसरकार में पहले ही लागू हो चुका है।
जानिए इनके बारें में… अखिलेश सरकार ने भी लगाया था गुटखें-पान पर रोकयूपी के सीएम अादित्यनाथ योगी ने सचिवालय का दौरा किया और सरकारी कर्मचारियों के काम का जाएजा लिया। इस दौरान दिवालों में गंदगी से वो भड़क गये और तत्काल प्रभाव से पान-गुटखे पर बैन लगा दिया और कर्मचारियों को फटकार भी लगा दी। इसके बाद ही सीएम योगी ने सभी सरकारीजगहों पर पान-मसाला खाने परप्रतिबन्ध लगा दिया। मगर बहुत कम लोग जानते हैं कि यह आदेश अखिलेश सरकार में पहले ही लागू हो चुका है। हालंकि उस आदेश पर वैसे अमलनहीं हुआ जैसे होना चाहिए था। इसके अलावा 2013 में अखिलेश सरकार ने सरकारी अॉफिसों में जींस पहनने पर भी आदेश जारी कर दिया था। इसके चलते वर्तमान सीएम योगी द्वारा पॉलीथीन पर बैन भी अखिलेश सरकार में लगाया जा चुका है।
योगी के ये भी है निर्देश सीएम योगी के अधिकारियों को और भी कई निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को फाइलों को जल्द निस्तारण का सख्त आदेश भी दिया है। इसके साथ ही उन्होंने फाइलों को पेंडिंग न रखने की बात कहतेहुए अधिकारियों से यह भी कहा कि फाइल कब आई, कब निस्तारित हुई इसकी तिथि भी अंकित करें। उनके मुताबिक फाइलों के निस्तारण कि सीधी मॉनिटरिंग भी होगी।