बुलंदशहर। महिला सुरक्षा के नाम पर एंटी रोमीयो दल का गठन कर प्रेमी जोड़ो को तंग करने वाली योगी सरकार की पुलिस ने रेप पीड़िता का चालान कर दिया है। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने पीड़िता समेत तीन महिलाओं का शांतिभंग में चालान कर दिया। महिलाओं का गुनाह ये था कि वो आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी कार्यालय पर धरना दे रही थी।
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, नगर कोतवाली क्षेत्र की एक महिला ने 11 दिसंबर 2016 में मोहल्ला निवासी मोहम्मद फैसल के खिलाफ रेप की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें बताया था कि जनवरी 2016 में फैसल उसे पुत्र के एक्सीडेंट की झूठी सूचना देकर दिल्ली ले गया।
वहां से लौटने के बाद भूड़ चौराहे के निकट एक होटल में नशीला पदार्थ खिलाकर रेप किया और उसकी वीडियो बना ली थी। वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर उसने 1.85 लाख रुपये हड़प लिए। पीड़िता का कहना है कि उसने मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए बयान में भी रेप की बात कही थी।
आरोप है कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय फाइनल रिपोर्ट लगा दी। दस दिन पहले पीड़िता ने मुख्यमंत्री के यहां गुहार लगाई थी। लखनऊ तक मामला पहुंचने पर आनन-फानन में पुलिस आरोपी फैसल को पकड़ लाई। दो दिन कोतवाली में रखने के बाद उसे छोड़ दिया।
आरोप है कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय फाइनल रिपोर्ट लगा दी। दस दिन पहले पीड़िता ने मुख्यमंत्री के यहां गुहार लगाई थी। लखनऊ तक मामला पहुंचने पर आनन-फानन में पुलिस आरोपी फैसल को पकड़ लाई। दो दिन कोतवाली में रखने के बाद उसे छोड़ दिया।