कुशीनगर। कुशीनगर के नरायनपुर कोठी की मुसहर बस्ती में रहने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। प्रदेश की नई सरकार भी इन गरीबों तक सरकारी योजनाओं का कोई लाभ नहीं पहुंचा पाई। शौचालय के अभाव में इस मुसहर बस्ती के लोग अब भी खुले में शौच के लिए जाते हैं।
नरायनपुर मुसहर बस्ती में 138 परिवार हैं, जिनकी कुल आबादी करीब 750 है। इस दलित बस्ती की महिलाओं का कहना है कि उन लोगों को अभी तक आवास, पेंशन, राशनकार्ड समेत कई अन्य सुविधाएं नहीं मिली हैं। इन लोगों के अनुसार चुनाव के दौरान वोट लेने के लिए ही जनप्रतिनिधि उनके दरवाजे पर पहुंचते हैं। इसके बाद कोई उनका हाल पूछने नहीं आता है।
शौचालय के अभाव में इस मुसहर बस्ती के सभी लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं। स्वच्छ पेयजल का भी कोई इंतजाम नहीं है। बता दें कि यूपी नई सरकार बनने के बाद से दलितों पर अत्याचार की खबरें सुर्खियों में है। कुछ ही दिन पहले सहरानपुर में सवर्ण जाति के लोगों द्वारा दलितों के घर में आग लगा दिया गया था। इस जातीय संधर्ष में 2 लोगों की मौत भी हो गयी थी जबकी कई लोग गंभीप रूप से घायल थे।
अभी कुछ ही दिन पहले सीएम योगी के अधिकारियों ने मुसहर बस्ती के गरीब मुसहरों को हिदायत दी थी कि मुख्यमंत्री के पास जाना तो नहाकर, पाउडर लगाकर जाना। इसके लिए प्रशासन ने मुसहरों को साबुन, शैंपू, पाउडर व इत्र बांटी है और यह साफ तौर पर कहा है कि मुख्यमंत्री के निरीक्षण के पहले सभी इसका इस्तेमाल कर साफ-सुथरे बन जाए।