ईमानदार, निडरता व दबंग कार्यशैली की बदौलत मोनालिसा जौहरी को मिली बुढ़ाना एसडीएम की जिम्मेदारी चार माह पूर्व तबादला होकर मुजफ्फरनगर आईं थी मोनालिसा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने दंबग व निष्पक्ष कार्यशैली को देखते हुए भरोसा जताकर दी बुढ़ाना तहसील की जिम्मेदारी
मुज़फ्फरनगर। लेडी सिंघम के नाम से उत्तर प्रदेश में अपनी अलग पहचान रखने वाली एसडीएम मोनालिसा जौहरी को मुजफ्फरनगर डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी ने बुढ़ाना एसडीएम नियुक्त किया है। इससे पहले वह खतौली में न्यायिक उपजिलाधिकारी के रूप में कार्य कर रहीं थी।
पीसीएस अधिकारी मोनालिसा जौहरी को शासन ने चार माह पूर्व संभल जनपद से मुजफ्फरनगर भेजा था। यहां वह खतौली में न्यायिक उपजिलाधिकारी के रूप में कार्य कर रहीं थी। अब जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने उनकी कार्यशैली को देखते हुए उन्हे बुढ़ाना एसडीएम नियुक्त किया है। बुढ़ाना एसडीएम मोनालिसा जौहरी ने बताया कि तहसील क्षेत्र में अवैध कब्जा व गलत कृत्य करने वालो को बख्शा नहीं जायेगा। तहसील आने वाले फरियादियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर उनका त्वरित निस्तारण कराया जायेगा। अभियान चलाकर ग्राम समाज की भूमि पर हुए कब्जों को ध्वस्त कराकर भूमाफियाओं को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। ज्ञात हो कि मोनालिसा जौहरी मूलरूप से जनपद बरेली निवासी हैं। वह 2011 में बतौर प्रशासनिक सेवा में आई, तभी से लेकर वह विभिन्न जनपदों में बतौर प्रशानिक अधिकारी के रूप में कार्यकर कभी न मिटने वाली अमिट छाप छोड़ चुकी हैं। जिस जनपद में वह तैनात रहीं वहां उन्होंने शासन के अनुरूप कार्य किया। तहसील आने वाले हर फरियादी की समस्या को न सिर्फ गहनतापूर्वक सुनती हैं बल्कि उसका त्वरित निस्तारण भी कराती हैं। इसके साथ ही उन्होंने जनपद शाहजहांपुर, रामपुर, कानपुर, अमरोहा, इटावा, संभल में सरकारी जमीनों पर हुए अवैध कब्जों के विरुद्ध अभियान चलाकर उन्हें कब्जा मुक्त कराया। इसके अलावा सरकारी तालाबों पर हुए कब्जों को ध्वस्त कराते हुए उन्हें कब्जा मुक्त कराया। अमरोहा जनपद में उन्होंने अपनी शानदार पारी खेलते हुए अपनी दमदार कार्यशैली का परिचय दिया। लगभग दो साल पूर्व यहां से उनका तबादला तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के गृह जनपद इटावा के लिए कर दिया गया। यहां भी उन्होंने सरकारी जमीनों पर हुए कब्जों पर ताबड़तोड़ एक्शन लेकर न उन्हें कब्जा मुक्त कराया बल्कि अवैध कब्जा करने वालो के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की। यहां तैनाती के दौरान कई तरह का प्रेशर उनपर डालने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने किसी के दवाब में ना आकर अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन किया। शासन ने इटावा और अन्य जनपदों में बेहतरीन कार्यशैली को देखते हुए उनका तबादला संभल के लिए कर दिया।
प्रदेश में मिली लेडी सिंघम नाम की उपाधि
अपनी कार्यशैली को लेकर प्रदेश के चर्चित प्रशासनिक अधिकारियों में शुमार है मोनालिसा जौहरी मोनालिसा जौहरी प्रदेश के चर्चित पीसीएस अधिकारियो में गिनी जाती हैं। अपनी कार्यशैली को लेकर जहां आम जनमानस में देवी का रूप दिखता है तो वहीं गलत कृत्य करने वालों के खिलाफ वह महाकाल बनकर काम करती है। उन्हे प्रदेश में लेडी सिंघम के नाम से भी जाना जाता है।